बाघ टी-104 का भिड में बना एनक्लोजर स्थाई ठिकाना नहीं है। इसकी रणथम्भौर से विदाई होना तय है। इस के भाग्य का फैसला एनटीसीए द्वारा किया जाएगा। बाघ तब तक एनक्लोजर में रहेगा। शुक्रवार को उप वन संरक्षक मुकेश सैनी व एसीएफ संजीव शर्मा ने भिड़ एनक्लोजर पहुंचकर बाघ की गतिविधियां की जानकारी ली। बाघ दिनभर पेड़ों के नीचे झाड़ियों की ओट में बैठा रहा। करौली जिले में दो लोगों को अपना शिकार बना चुके इस बाघ को वन विभाग ने पकड़ा था। यह बाघ पिछले आठ माह में तीन लोगो को अपना शिकार बना चुका है।
बाघ टी-104 का भिड में बना एनक्लोजर स्थाई ठिकाना नहीं है। इसकी रणथम्भौर से विदाई होना तय है। इस के भाग्य का फैसला एनटीसीए द्वारा किया जाएगा। बाघ तब तक एनक्लोजर में रहेगा। शुक्रवार को उप वन संरक्षक मुकेश सैनी व एसीएफ संजीव शर्मा ने भिड़ एनक्लोजर पहुंचकर बाघ की गतिविधियां की जानकारी ली। बाघ दिनभर पेड़ों के नीचे झाड़ियों की ओट में बैठा रहा। करौली जिले में दो लोगों को अपना शिकार बना चुके इस बाघ को वन विभाग ने पकड़ा था। यह बाघ पिछले आठ माह में तीन लोगो को अपना शिकार बना चुका है।
सभी सुविधाओं से सुसज्जित है एनक्लोजर
वन सीमा से बाहर निकलने वाले बाघों के लिए भिड चौकी के पास 35 लाख की लागत से दो हैक्टेयर क्षेत्र में एनक्लोजर का निर्माण करवाया है। इसमें आने वाला टी-104 पहला टाइगर है। एनक्लोजर में घायल वन्यजीव का उपचार करने के लिए अलग से सुरक्षित स्थान बना है। वहीं एनक्लोजर में रहने वाले वन्यजीव बाघ के लिए दो कच्ची व एक पक्की पानी की तलाई (होद) बनाई गई है। जिनमें भिड़ चौकी से पाइप लगाकर पानी भरा जाता है।
एनक्लोजर के चारों तरफ लगभग तीन, साढ़े तीन फीट ऊंची हरे रंग की नेट लगाई गई है, जिससे बाहर कोई जानवर आ जाए तो एनक्लोजर में रहने वाले जानवर को नजर नहीं आए और वह अन्य जानवर को देख अग्रेसिव नहीं हो।
वन सीमा से बाहर निकलने वाले बाघों के लिए भिड चौकी के पास 35 लाख की लागत से दो हैक्टेयर क्षेत्र में एनक्लोजर का निर्माण करवाया है। इसमें आने वाला टी-104 पहला टाइगर है। एनक्लोजर में घायल वन्यजीव का उपचार करने के लिए अलग से सुरक्षित स्थान बना है। वहीं एनक्लोजर में रहने वाले वन्यजीव बाघ के लिए दो कच्ची व एक पक्की पानी की तलाई (होद) बनाई गई है। जिनमें भिड़ चौकी से पाइप लगाकर पानी भरा जाता है।
एनक्लोजर के चारों तरफ लगभग तीन, साढ़े तीन फीट ऊंची हरे रंग की नेट लगाई गई है, जिससे बाहर कोई जानवर आ जाए तो एनक्लोजर में रहने वाले जानवर को नजर नहीं आए और वह अन्य जानवर को देख अग्रेसिव नहीं हो।